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जुड़वां बच्चे में एक लड़की है तो कम हो सकती है उसकी प्रजनन क्षमता

जुड़वा बच्चे पैदा होने खासकर जुड़वा बच्चों में एक लड़का और एक लड़की होने पर खुशी भी दोगुनी हो जाती है, लेकिन विषेशज्ञों के अनुसार जुड़वा बच्चे अगर लड़का-लड़की हैं तो वयस्क होने पर लड़की की प्रजनन क्षमता घट सकती है। 
नेशनल एकेडमी आफ़ साइंसेज के ताज़ा अध्ययन के अनुसार जुड़वा लड़का-लड़की होने पर लड़की की प्रजनन क्षमता 25 फ़ीसदी तक घट जाती है। ऐसी जुड़वा लड़की की शादी की इच्छा में भी कमी आ सकती है । 
वैज्ञानिकों के अनुसार प्रजनन क्षमता घटने की वजह गर्भ में जुड़वा लड़के से टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन का उत्सर्जन होना है। दरअसल, गर्भाशय मेें टेस्टोस्टेरॉन और महिला हार्मोन इस्ट्रोजन दोनों का उत्सर्जन होता है। मादा भ्रूण पर टेस्टोस्टेरॉन का असर होता है, जबकि नर भ्रूण पर इस्ट्रोजन का।
अध्ययनकर्ता डाॅक्टर विर्पी लुम्मा कहते हैं कि चूंकि नर और मादा भ्रूण में इस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर समान होता है, लिहाजा टेस्टोस्टेरॉन से मादा भ्रूण ही प्रभावित होता है। टेस्टोस्टेरॉन महिलाओं की प्रजनन क्षमता पर विपरीत असर डालता है। इससे उनकी प्रजनन क्षमता कम हो जाती है। 
इस अध्ययन में शामिल 754 जुड़वा बच्चों में जुड़वा भाई वाली महिलाओं की प्रजनन क्षमता उन महिलाओं से 25 प्रतिशत कम पाई गई, जिनकी जुड़वा बहनें थीं। यही नहीं जुड़वा भाई वाली महिलाओं में शादी के प्रति रुचि में भी 15 प्रतिशत की कमी पाई गई ।


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