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रक्तचाप को कुदरती तौर पर काबू में करें

कुछ देर फोन को स्विच ऑफ रखें
फोन आजकल जरूरी नहीं मजबूरी बन चुका है। लेकिन, कभी-कभी इसे स्विच ऑफ करना बेहतर होता है। अगर आप फोन को बंद नहीं कर सकते, तो थोड़ी देर इसे साइलेंट पर रख दें। क्या आपको इस बात का अंदाजा है कि फोन की घंटी आपके रक्तचाप में इजाफा करती है। एक शोध के अनुसार फोन से कुछ समय तक दूर रहने पर रक्तचाप सात प्वाइंट तक कम हो सकता है। 
शाकाहारी बनें 
मांसाहार पसंद करने वाले किसी शख्स के लिए शाकाहारी बनना आसान नहीं। लेकिन, अगली बार जब आप बाहर खाने जाएं, तो अपने लिए नॉनवेज बर्गर के स्थान पर वेजिटेरियन बर्गर मंगायें। रक्तचाप को नियंत्रित करने का यह तरीका बेहद कारगर है। एक शोध के अनुसार, शाकाहारी भोजन करते रहने से आपका रक्तचाप सात प्वाइंट तक कम हो सकता है। इसके साथ ही आप साल भर में पांच किलो तक वजन कम कर सकते हैं। शाकाहारी आहार में रक्तचाप को बढ़ाने वाले सोडियम की मात्रा कम होती है और साथ ही रक्तचाप को कम करने वाला पोटेशियम अधिक मात्रा में होता है। 
तनावमुक्त रहें
आपने कोई मेहनत वाला काम भी नहीं किया, लेकिन इसके बावजूद थके हुए महसूस करते हैं, तो इसके लिए तनाव को जिम्मेदार ठहरा सकते हैं। नियमित रूप से तनाव और चिंता में रहने से आपको उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ जाता है। एक शोध के अनुसार जो लोग शांत रहते हैं उनके मुकाबले फिक्रमंद रहने वाले लोगों को उच्च रक्तचाप का खतरा ज्यादा होता है। अगली बार जब आपको तनाव का अहसास हो, तो फौरन उसे कम करने का प्रयास करें। इसके लिए आप प्राणायाम का सहारा ले सकते हैं। अपनी जीभ को दांतों और मसूड़ों के बीच रखें और चार की गिनती तक सांस अंदर लें, सात की गिनती तक रोकें और फिर आठ तक गिनते हुए उसे नाक से बाहर छोड़ें। इससे आपकी चिंता दूर हो जाएगी।
कुछ न करें 
शांत बैठकर आप तनाव से मुक्ति पा सकते हैं। इससे आपका तनाव कम होता है। एक शोध के अनुसार शांत बैठने से रक्तचाप का स्तर पांच प्वाइंट तक कम किया जा सकता है। आराम से एक स्थान पर बैठकर किये जाने वाले ध्यान के स्थान पर आप बॉडी स्कैनिंग आजमा सकते हैं। इसमें जमीन पर सीधा लेटकर सिर से लेकर पैर तक अपने शरीर के हर अंग पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। यूं तो इस ध्यान को 45 मिनट तक करना चाहिये, लेकिन छोटे सेशन का भी फायदा होता है। 
सूरज की रोशनी 
धूप हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होती है। सूर्य विटामिन डी का सबसे बड़ा स्रोत है और शरीर में विटामिन डी की कमी होने से रक्तचाप बढ़ सकता है। इसलिए सूर्य की रोशनी में रहकर आप अपने शरीर में विटामिन डी का स्तर बढ़ा सकते हैं और इससे आपका रक्तचाप नियंत्रित रह सकता है। एक शोध के अनुसार रोजाना 20 मिनट पराबैंगनी किरणों में रहने से रक्तवाहिनियां चौड़ी हो जाती हैं, इससे कार्डियोवैस्कुलर प्रक्रिया बेहतर काम करती है। यानी इससे आपका रक्तचाप नियंत्रित होता है। 
डिनर के बाद टहलें
आयुर्वेद में रात के भोजन के बाद टहलने को जरूरी कहा गया है। इसमें शतपदी यानी कम से कम सौ कदम चलना जरूरी माना गया है। इससे पाचन क्रिया और रक्तचाप दोनों स्वस्थ रहते हैं। भले ही आप सुबह व्यायाम करते हों, लेकिन आपको दिन भर निष्क्रिय नहीं रहना चाहिये। सुबह वर्जिश करके दिन भर टीवी या कंप्यूटर के सामने बैठे रहना सेहत के लिए अच्छा नहीं है। ऐसे लोग जो दिन का अधिकतर वक्त यूं ही बैठे-बैठे गुजार देते हैं, उन्हें दिल की बीमारियां होने का खतरा अधिक होता है। यह बात भी याद रखें कि उच्च रक्तचाप कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का सबसे बड़ा जोखिम कारक माना जाता है। दिन में भी आपको हल्का-फुल्का व्यायाम करते रहना चाहिये। इससे आपकी सेहत और रक्तचाप नियंत्रित रहता है। 
नाश्ता हो भारी 
कभी किसी ने आपसे कहा है कि आपका नाश्ता हल्का करना चाहिये। अगर नहीं, तो अच्छी बात है और अगर हां, तो फिर इस बात को फौरन भूल जाइये। भारी नाश्ता न केवल आपका वजन, बल्कि रक्तचाप को भी काबू में रखता है। आप बेशक दोपहर और रात का भोजन हल्का करें, लेकिन नाश्ता भरपेट करें। आप कटे टमाटर और शकरकंद का सेवन नाश्ते में करें। इसमें पोटेशियम भरपूर मात्रा में होता है। सेहतमंद नाश्ता न केवल आपकी पाचन क्रिया को अच्छा रखता है, बल्कि रक्तचाप को भी काबू में रखता है। 


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