नई दिल्ली. दिव्यांगों को सशक्त बनाने के लिए एंपावरिंग दिव्यांगजन मिशन 2020 के तहत राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस का आयोजन एसोसिएशन ऑफ रिहैबिलिटेशन प्रोफेशनल एंड पैरंट्स की ओर से आयोजित किया गया।
नई दिल्ली के कड़कड़डूमा स्थित अमरज्योति चैरिटेबल ट्रस्ट सभागार में आयोजित इस सम्मेलन में देश भर से दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्य कर रही संस्थाओं के प्रमुख, विभिन्न सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि, इस क्षेत्र में कार्य कर रहे वरिष्ठ फेशनल्स एवं दिव्यांगजनों के अभिभावक शामिल हुए।
इस सम्मेलन में दिव्यांगजनों के प्रमाण पत्र प्राप्त करने में हो रही समस्याओं को दूर करने के उपायों पर चर्चा की गई। सभी का मत था कि दिव्यांगता का प्रमाण पत्र इस क्षेत्र में कार्य कर रहे प्रशिक्षित एवं अनुभव प्रोफेशनल्स द्वारा बनाए जाने की अनुमति प्रदान की जाए क्योंकि चिकित्सक दिव्यांगता के बारे में बहुत कम जानकारी रखते हैं तथा वे किसी निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए भी ऊपर उपर्युक्त प्रोफेशनल्स के द्वारा किए जाने वाले परीक्षणों पर निर्भर रहते हैं।
सम्मेलन में दिव्यांग जनों को मिलने वाली सुविधाओं जीवन बीमा पेंशन पर भी विस्तार से चर्चा की गयी। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर इरा सिंघल मौजूद थी जो अपने बैच की टॉपर आईएएस है। वह खुद दिव्यांग है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मेंबर सेक्रेट्री डॉ जे पी सिंह ने की। सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि के तौर पर दिव्यांगजन उपायुक्त डॉ एस के प्रसाद शामिल हुए। नई दिल्ली के पटपडगंज स्थित मैक्स हॉस्पिटल के वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. राजेश कुमार ने चर्चा में हिस्सा लिया और दिव्यांगता से जड़े महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक पहलुओं को रखा।
कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए ए आर पी पी के अध्यक्ष राजेश द्विवेदी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्यरत सरकारी अर्द्धसरकारी प्रोफेशनल्स एवं अभिभावकों के बीच सामान्य में स्थापित करना है ताकि दिव्यांग जनों को आसानी से उनके अधिकार मिल सके और वह भी समाज की मुख्यधारा से जुड़ कर अपना योगदान दे सकें।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती आकांक्षा सक्सेना एवं धन्यवाद ज्ञापन श्री राकेश सक्सेना ने किया।
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