हाथों को धोने के बाद अगर आप अपने हाथों को अच्छी तरह नहीं सुखाते हैं तो इससे बीमारियां फैलाने वाले जीवाणुओं का फैलाव बढ़ सकता है और आप बीमारियों से ग्रस्त हो सकते हैं। अक्सर खाना खाने से पहले साबुन से हाथ धोने की सलाह दी जाती है, लेकिन हाथ को सुखाने के बारे में कुछ नहीं कहा जाता है, जबकि नये वैज्ञानिक अध्ययनों से पता चला है कि हाथ धोने के बाद हाथ सुखाना भी जरूरी है।
कई लोग हाथों को धोने के बाद उन्हें अच्छी तरह सुखाने की बजाय कपड़ों में पोंछ लेते हैं। जबकि हाथों को सुखाने के लिए पेपर टॉवल या पारंपरिक इलेक्ट्रिक हैंड ड्रायर का इस्तेमाल बेहतर विकल्प है। हाथ की स्वच्छता संक्रमण को रोकने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और हाथ धोने के बाद उन्हें अच्छी तरह सुखाना इस प्रक्रिया का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है।
ब्रिटेन स्थित ब्रैडफोर्ड यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं द्वारा किये गए एक अध्ययन में हाथों को सुखाने की विभिन्न विधियों पर अध्ययन किया गया और हाथ से अन्य सतहों पर जीवाणुओं के स्थानांतरण पर पड़ने वाले प्रभावों का भी अध्ययन किया गया। इन विधियों में पेपर टॉवल, पारंपरिक हैंड ड्रायर जो पानी को वाश्पीकृत कर देता है और एक नये किस्म का हैंड ड्रायर जो अत्यधिक वेग वाले एयर जेट के द्वारा पानी को तेजी से निचोड़ लेता है, षामिल है।
हमारे षरीर पर प्राकृतिक रूप से जीवाणु होते हैं जिन्हें सहभोजी कहते हैं। हालांकि कच्चे मांस जैसे अन्य स्रोतों से भी जीवाणु हाथ में आ सकते हैं और अन्य सतहों पर आसानी से हस्तांतरित हो सकते हैं जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। हाथ को धोने पर त्वचा की सतह से काफी संख्या में जीवाणु निकल जाते हैं, लेकिन जरूरी नहीं है कि ये पूरी तरह से निकल जाएंगे। हाथों को धोने के बाद अगर हाथों में नमी रह गयी हो तो ये जीवाणु अधिक तेजी से अन्य सतहों पर स्थानांतरित हो जाते हैं।
इस अध्ययन के तहत्् अनुसंधानकर्ताओं ने हाथ को सुखाने के प्रभाव का अध्ययन किया और हाथ सुखाने की विभिन्न विधियों के पहले और बाद में हाथ के विभिन्न हिस्सों पर जीवाणुओं की संख्या को मापा। स्वयंसेवकों को हाथ धोने के बाद जीवाणुरहित प्लेट पर हाथ रखने को कहा और उसके बाद प्लेट पर जीवाणुओं की वृद्धि को मापा। उसके बाद स्वयंसेवकों को अपने हाथों को एक साथ रगड़े बिना या तो हैंड टॉवल या तीनों में से किसी भी प्रकार के हैंड ड्रायर से हाथ सुखाने को कहा और जीवाणुओं के स्तर को फिर से मापा।
इस अध्ययन में डा. स्नेलिंग और उनके सहयोगियों ने पाया कि हाथों को धोने के बाद हाथों को एक साथ रगड़ने के बाद पारंपरिक हैंड ड्रायर के इस्तेमाल से जीवाणुओं की संख्या में कमी आ सकती है। उन्होंने किसी भी प्रकार के हैंड ड्रायर के इस्तेमाल से जीवाणुओं की संख्या में तुलनात्मक कमी एक समान ही पाया। अध्ययन में पाया गया कि हाथों को सुखाने के दौरान हाथों को एक साथ रगड़ने पर हाथों को धोने के बाद भी त्वचा पर बच गए जीवाणु सतह पर गिर गए और अन्य सतहों पर स्थानांतरित हो गए। अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि जीवाणुओं की संख्या को कम रखने का सबसे प्रभावकारी उपाय पेपर टॉवल से हाथों को सुखाना है। इलेक्ट्रिक ड्रायर में वैसा मॉडल अधिक प्रभावकारी पाया गया जो हाथों से तेजी से नमी सोख लेता है और अन्य सतहों पर जीवाणुओं को स्थानांतरित होने से रोकता है।
जर्नल ऑफ अप्लायड माइक्रोबायलॉजी में प्रकाषित इस अध्ययन में डा. स्नेलिंग कहते हैं कि हाथों की अच्छी स्वच्छता के लिए हाथों को बार-बार धोने की बजाय हाथों को अच्छी तरह से सूखा रखना बेहतर विकल्प है। हाथों को सूखा रखने का सबसे बेहतर उपाय पेपर टॉवल या हैंड ड्रायर का इस्तेमाल है लेकिन इनके इस्तेमाल के समय हाथों को आपस में रगड़ना ठीक नहीं है।
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