अक्टूबर स्तन कैंसर जागरूकता माह के तौर पर मनाया जाता है। यह रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक वार्षिक अभियान है। हालांकि अधिकतर लोगों को स्तन कैंसर के बारे में पता है, फिर भी अधिकतर लोग इस बीमारी को इसके प्रारंभिक अवस्था में ही पता लगाने के लिए उचित कदम उठाना भूल जाते हैं और अन्य लोगों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित नहीं करते हैं।
स्तन कैंसर महिलाओं में होने वाली सबसे खतरनाक बीमारियों में से एक है। अनुमान है कि 8 में से एक महिला को जीवन में कभी न कभी स्तन कैंसर होगा। लेकिन अच्छी खबर यह है कि अधिकतर महिलाएं कैंसर की जल्द पहचान और इलाज कराकर स्तन कैंसर से निजात पा सकती हैं।
कैंसर असामान्य कोशिकाओं के समूह के द्वारा अनियंत्रित ढंग से विकसित होने और अक्सर ट्यूमर के निर्माण के कारण होता है। स्तन कैंसर में, ट्यूमर आसपास के ऊतकों में भी विकसित हो जाता है और कभी-कभी शरीर के अन्य भागों (मेटास्टेसाइजिंग के रूप में जाना जाता है) तक भी फैल जाता है।
जोखिम कारक:
धूम्रपान, मोटापा, व्यायाम की कमी और अस्वास्थ्यकर आहार जैसे जीवन शैली से संबंधित कारक आपके स्तन कैंसर से पीड़ित होने के खतरों को बढ़ा सकते हैं।
स्तन कैंसर के मामले में महिलाएं आम तौर पर सबसे पहले स्तन में गांठ का अनुभव करती है। कुछ महिलाएं अपने स्तन में तेज दर्द और संभवतः स्तन के कुछ मुलायम होने का भी अनुभव कर सकती हैं।
स्तन कैंसर के प्रारंभिक लक्षण:
— निप्पल के आकार में परिवर्तन
— स्तन में दर्द जो आपके अगले पीरियड के बाद भी दूर नहीं होता है
— एक नया गांठ जो अगले पीरियड के बाद भी खत्म नहीं होता है
— एक स्तन के निपल से साफ, लाल, भूरे, या पीले रंग के स्राव का निकलना
— किसी स्पष्ट कारण के बगैर स्तन का लाल होना, सूजन होना, त्वचा में जलन, खुजली, या रैशेज होना
— काॅलरबोन या कांख के पास सूजन या गांठ
क्लिनिकल डायग्नोसिस:
— किसी महिला के द्वारा स्तन कैंसर के लक्षण का अनुभव करने से पहले ही कैंसर की पहचान करने का सर्वश्रेष्ठ तरीका मैमोग्राफी है। मैमोग्राफी एक विशेष प्रकार की स्तन की इमेजिंग है जिसमें कैंसर का पता लगाने के लिए कम मात्रा में एक्स-रे का इस्तेमाल किया जाता है।
— मैमोग्राम या परीक्षण में स्तन में कैंसर की संभावना वाले परिवर्तन (या विषमता) पाये जाने पर बायोप्सी की जाती है। कैंसर के वास्तव में मौजूद होने का पता लगाने का एकमात्र उपाय बायोप्सी है।
स्तन कैंसर की शल्य चिकित्सा से उपचार
ब्रेस्ट कंजर्विग सर्जरी
स्तन कैंसर की परंपरागत सर्जरी में, चिकित्सक मास्टेक्टाॅमी करते हैं, जिसमें पूरे स्तन या स्तन के कुछ हिस्सों को सर्जरी से निकालने सहित उसके आसपास की मांसपेशियों को भी काटकर निकाल दिया जाता है। ब्रेस्ट कंजर्विंग सर्जरी में, ट्यूमर को उसके आसपास के ऊतक के साथ निकाल दिया जाता है। उसके बाद ट्यूमर को निकालने के बाद वहां हुए गड्ढे को शरीर के किसी अन्य भाग के ऊतक से भर दिया जाता है।
इस आपरेशन के लाभ यह हैं कि इसके तहत स्तन में ग्राफ्ट किये गये मांस जीवित ऊतक होते हैं जो स्तन में रक्त परिसंचरण शुरू कर देते हैं। इस सर्जरी के सस्ती होेने के साथ-साथ सर्जरी में अत्यधिक सटीकता, कम दर्द, तेजी से घाव का ठीक होना, संक्रमण का कम जोखिम होना और अस्पताल में कम समय तक रहने सहित कई अन्य लाभ भी हैं।
स्तन कैंसर की आधुनिक उपचार विधियों से स्तन रहेंगे सही सलामत
~ ~
SEARCH
LATEST
6-latest-65px
POPULAR-desc:Trending now:
-
- Vinod Kumar मस्तिष्क में खून की नसों का गुच्छा बन जाने की स्थिति अत्यंत खतरनाक साबित होती है। यह अक्सर मस्तिष्क रक्त स्राव का कारण बनती ह...
-
विनोद कुमार, हेल्थ रिपोर्टर वैक्सीन की दोनों डोज लगी थी लेकिन कोरोना से बच नहीं पाए। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक...
-
INDIAN DOCTORS FOR PEACE AND DEVELOPMENT An international seminar was organised by the Indian Doctors for Peace and Development (IDPD) at ...
-
अत्यधिक प्रतीक्षित इंडो इंटरनेशनल फैशन कार्निवल एंड अवार्ड्स सीजन 2: मिस, मिसेज और मिस्टर स्टार यूनिवर्स ने एक शानदार लोगो लॉन्च इवेंट के सा...
-
The woman in the picture with a smile is Salwa Hussein !! She is a woman without a heart in her body. She is a rare case in the world, as...
Featured Post
Air Pollution Fuels Alarming Rise in Childhood Asthma Cases (On World Asthma Day - 6 May)
- Vinod Kumar, Health Journalist In a month, 3-4 kids, aged 6-10, report symptoms like frequent coughing, breathlessness during play, dis...
