बच्चे देश के भविष्य हैं और देश के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है कि उनका वर्तमान सुरक्षित हो। बच्चों का वर्तमान सुरक्षित रहे इसके लिए ऐसा माहौल बनाना जरूरी है ताकि वे बिना किसी डर के स्कलू जाएं, स्कलू में पूरी तरह सुरक्षित रहें और पूरी तरह से सुरक्षित घर लौट सकें। स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है कि स्कूलों में आपदाताओं को रोकने के पक्के उपाय हों तथा आपदा होने पर बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालने की व्यवस्था हो। इसके लिए सुरक्षा संबंधी प्रशिक्षण एवं जागरूकता भी जरूरी है।
स्कूलों में आपदा होने पर बचाव इंतजामों की जांच के लिए नौएडा एक्स में 'मॉक फायर ड्रिल' का आयोजन किया गया जिसमें स्कूल इमरजेंसी प्लान की पूरी प्रक्रिया को ध्यान में रखा गया। बच्चों को आग लगने की स्थिति में बचने के उपायों के बारे में जागरूक किया गया। बच्चों को तत्काल निर्णय लेने, तत्काल प्रतिक्रिया करने तथा जीवन सुरक्षा के सभी पहलुओं के बारे में अवगत कराया गया।
मॉक ड्रिल का उद्देश्य किसी भी आपात स्थिति में स्कूल की तत्परता की जाँच करना और साथ ही छात्रों और कर्मचारियों को बचाव कार्यों के बारे में जागरूक कराना था।
स्कूल के चेयर मैन श्री के के् श्रीवास्तव एवं प्रधानाध्यापिका श्रीमती सुनीता ए शाही ने छात्रों से आपदा की स्थिति में तेजी से प्रतिक्रिया करने की जरूरत के बारे में बताया तथा मानसिक रूप से शांत रह कर निर्णय लेने की क्षमता विकसित करने पर जोर दिया ।
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