यदि महिला को पीरियड के दौरान अधिक रक्तस्राव होता हो और रक्त का थक्का भी आता हो तो ऐसा फाइब्रॉइड या एडेनोमायोसिस पाॅलिप की उपस्थिति के कारण हो सकती है या यह गर्भाषय के कैंसर का लक्षण भी हो सकता है।
एयूबी (एबनार्मल यूटेरिन ब्लीडिंग) के कारण एनीमिया हो सकता है और यह जीवन की खराब गुणवत्ता का कारण भी बन सकती है। इसके कारण महिला हर समय कमजोर और थकी- थकी सी रहती है। कभी-कभी यह एयूबी हाइपोथायरायडिज्म (थायराइड हार्मोन की कमी) जैसी हार्मोनल समस्याओं के कारण भी हो सकती है। लेकिन दवाओं द्वारा आसानी से इसका इलाज किया जा सकता है। फाइब्रॉएड या एडेनोमायोसिस जैसी समस्याआंे का 'लैप्रोस्कोपी' द्वारा आसानी से इलाज किया जा सकता है। लैप्रोस्कोपी से सभी फाइब्रॉएड और एडेनोमायोसिस को हटाया जा सकता है और यदि आवश्यक हो लैप्रोस्कोपी द्वारा गर्भाशय को भी हटा दिया जाता है।
पेट को खोलकर सर्जरी करने की पुरानी विधि की तुलना में लैप्रोस्कोपी सर्जरी के कई फायदे हैं। लैप्रोस्कोपी सर्जरी में बहुत कम दर्द होता है, रक्त का बहुत कम नुकसान होता है, सर्जरी के बाद रोगी अस्पताल से एक दिन बाद ही घर जा सकता है और चूंकि इसमें रक्त का बहुत कम नुकसान होता है इसलिए लैप्रोस्कोपी के बाद अधिकतर रोगी को रक्त चढ़ाने की आवश्यकता नहीं होती है। जबकि ओपन सर्जरी के दौरान रोगी को बहुत दर्द होता है और रक्त का भी काफी नुकसान होता है जिसके कारण ओपन सर्जरी के बाद अक्सर रक्त चढ़ाने की आवश्यकता होती है। कई लोगों में लैप्रोस्कोपी को लेकर आम मिथक है कि बहुत बड़े फाइब्रॉएड को लैप्रोस्कोपी द्वारा हटाया नहीं जा सकता है। लेकिन यह पूरी तरह से गलत है क्योंकि हमारे सेंटर में हमारी टीम ने 6.5 किलोग्राम के फाइब्रॉएड को लैप्रोस्कोपिक से निकाला है (गर्भाशय को पूरी तरह से सुरक्षित रखा गया था और केवल फाइब्रॉएड को हटाया गया था)। यह फाइब्राॅएड दुनिया में लैप्रोस्कोपिक से निकालने वाला सबसे बड़े आकार का फाइब्रॉएड था। एक और आम मिथक यह है कि लैप्रोस्कोपी से फाइब्राॅएड को निकालने पर इसका कुछ हिस्सा छुट जाएगा। यह फिर से पूरी तरह से गलत है क्योंकि आजकल लैप्रोस्कोपी के द्वारा कैंसर सर्जरी भी की जाने लगती है जिसमें यहां तक कि कैंसर के 0.5 सेमी ऊतक को भी नहीं छोड़ा जा सकता है और इसलिए हर रोगग्रस्त ऊतक को लैप्रोस्कोपी द्वारा पूरी तरह से हटा दिया जाता है। हमारे सेंटर में गर्भाषय और अंडाषय कैंसर का लैप्रोस्कोपी से इलाज नियमित रूप से किया जाता है। इसलिए किसी भी असामान्य रक्तस्राव को अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि यह कैंसर का लक्षण हो सकता है !!
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