LightBlog

महिलाओं में मौतों का प्रमुख कारण है स्तन कैंसर

  • by @ हेल्थ स्पेक्ट्रम
  • at November 29, 2019 -
  • 0 Comments

स्तन कैंसर क्या है?
स्तन कैंसर तब शुरू होता है जब स्तन में कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से वृद्धि करने लगती हैं। ये कोशिकाएं आम तौर पर एक ट्यूमर बना लेती हैं जिसे अक्सर एक्स—रे में देखा जा सकता है या एक गांठ के रूप में महसूस किया जा सकता है। हालांकि यह महिलाओं में होता है, लेकिन यह पुरुषों में भी हो सकता है। स्तन कैंसर स्तन के विभिन्न हिस्सों में शुरू हो सकता है। अधिकांश स्तन कैंसर नलिकाओं में शुरू होते हैं जो निप्पल तक दूध ले जाते हैं। इन्हें डक्टल कैंसर कहा जाता है। कुछ स्तन कैंसर दूध बनाने वाली ग्रंथियों में शुरू होते हैं। इन्हें लोबुलर कैंसर कहा जाता है।
आंकड़े
स्तन कैंसर दुनिया भर में महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौतों का प्रमुख कारण है। महिलाओं में होने वाले सभी कैंसर में 25 प्रतिशत मामले स्तन कैंसर के ही होते हैं। भारत में हर साल स्तन कैंसर के 1,45,000 नए मामलों का पता चलता हैं जिनमें से 70,200 रोगियों की मौत हो जाती है। पाया गया है कि भारत में 22 महिलाओं में से एक महिला को उसके जीवन काल में स्तन कैंसर से ग्रस्त होने की संभावना होती है। भारत में स्तन कैंसर शहरी आबादी में ज्यादा पाया जाता है।
लक्षण
अत्यंत प्रारंभिक अवस्था में कैंसर का पता लगाने के लिए मैमोग्राफी कराना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। यहां तक कि गांठ बनने से पहले हम मैमोग्राफी के द्वारा स्तन कैंसर का पता लगा सकते हैं। इसके सबसे आम लक्षण स्तन में दर्द रहित गांठ का होना और निप्पल से स्राव का निकलना है।
अन्य संभावित लक्षणों में शामिल हैं :
— स्तन त्वचा का लाल होना और
— स्तन के कुछ हिस्से में सूजन
कारण
ऐसे कई जोखिम कारक हैं जो स्तन कैंसर के बढ़ने की संभावना को बढ़ाते हैं। कैंसर के विकास के लिए सही कारण अज्ञात हैं। स्तन कैंसर का पारिवारिक इतिहास और कुछ आनुवांशिक जीन की उपस्थिति; उदाहरण के लिए, बीआरसीए 1, बीआरसी 2 स्तन कैंसर के विकास के जोखिम को बढ़ाते हैं।
स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ाने वाले कारक :
— स्तन कैंसर का पारिवारिक इतिहास
— बचपन में विकिरण का एक्सपोजर
— मोटापा
— कम उम्र में पीरियड शुरू होना
— अधिक उम्र में रजोनिवृत्ति
— कभी गर्भ धारण नहीं करना
— रजोनिवृति के बाद हार्मोन थेरेपी लेना
— शराब का सेवन
निदान
— स्तन परीक्षण। आपका डॉक्टर स्तन में किसी भी प्रकार की गांठ या असमान्यता का पता लगाने के लिए आपके दोनों स्तनों और कांख के पास लिम्फ नोड्स की जांच करेंगे।
— मैमोग्राम
— स्तन का अल्ट्रासाउंड
— स्तन कैंसर की पुष्टि करने के लिए बायोप्सी एकमात्र निश्चित तरीका है।
इलाज
स्तन कैंसर के इलाज के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं। कैंसर के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला उपचार और थेरेपी स्तन कैंसर के प्रकार और स्तन के अलावा इसके अन्य भागों में फैलने पर निर्भर करता है। इसके लिए उपलब्ध उपचारों में सर्जरी, कीमोथेरेपी, हार्मोनल थेरेपी, बायोलाॅजिकल थेरेपी, और रेडियेशन शामिल हैं। अधिकांश मामलों में कैंसर के उपचार के लिए विभिन्न उपचारों के संयोजन का इस्तेमाल किया जाता है जिसके तहत मरीज को एक से अधिक प्रकार के उपचार दिये जाते हैं।
सर्जरी आम तौर पर स्तन कैंसर के लिए उपचार का पहला कदम है।
ब्रेस्ट कंजर्विंग सर्जरी
स्तन कैंसर के साथ सामान्य, स्वस्थ स्तन ऊतक के बार्डर को हटाने के लिए की जाने वाली सर्जरी को लम्पेक्टाॅमी कहा जाता है। इस सर्जरी का मुख्य उद्देश्य जितना अधिक संभव हो आपके स्तन को बरकरार रखना है, साथ ही यह सुनिश्चित करना भी कि कैंसर पूरी तरह से हटा दिया गया है। यदि आप ब्रेस्ट कंजर्विंग सर्जरी करा रहे हैं, तो आपको उस तरफ शेष स्तन ऊतक पर आमतौर पर रेडियोथेरेपी लेनी होगी।
यह किस प्रकार अलग है?
पहले, स्तन कैंसर के इलाज के लिए मानक सर्जिकल प्रक्रिया रैडिकल मास्टेकटाॅमी थी, जिसमें स्तन को और कांख में सभी लिम्फ नोड्स को पूरी तरह से हटा दिया जाता था। लेकिन अब रैडिकल मास्टेकटाॅमी की बजाय लम्पेक्टाॅमी अधिक प्रचलित सर्जरी हो गयी है क्योंकि लम्पेक्टाॅमी में सिर्फ कैंसर ग्रस्त कोशिकाओं को निकाला जाता है जिससे स्तन का प्राकृतिक स्वरूप कायम रहता है और स्तन के सौंदर्य में कोई कमी नहीं आती है। इसके अलावाए अध्ययनों से पता चला है कि स्तन कैंसर के इलाज में रेडियेशन थेरेपी के साथ लम्पेक्टाॅमी मास्टेक्टाॅमी की तरह ही कारगर है।


Join as an Author

Health Spectrum

Health Spectrum welcomes unsolicited articles, blog posts and other forms of content. If you are interested in writing for us, please write to us at healthspectrumindia@gmail.com.

0 Comments: